सोशल मीडिया पर इन दिनों "नंदिनी मंडल" नाम की एक हिंदू लड़की की कथित कहानी सांप्रदायिक रंग देकर वायरल की जा रही है, जिसमें दावा किया गया है कि शादी के बाद उसके मुस्लिम पति अब्दुल आदिल खान ने उसे प्रताड़ित किया और उसका चेहरा जला दिया. इस कहानी के समर्थन में दो तस्वीरें शेयर की जा रही हैं: एक शादीशुदा जोड़े की और दूसरी एक जले हुए चेहरे वाली महिला की. Jaipur Vocals फैक्ट चेक ने इस वायरल दावे की जाँच की और पाया कि यह कहानी पूरी तरह फर्जी है. ये दोनों तस्वीरें बांग्लादेशी अभिनेत्री ज्योति इस्लाम की हैं और इनका इस्तेमाल एक झूठे सांप्रदायिक एंगल को फैलाने के लिए किया जा रहा है. तस्वीरें बांग्लादेशी अभिनेत्री ज्योति इस्लाम की हैं फैक्ट चेक में पता चला कि दोनों वायरल तस्वीरों का संबंध एक बांग्ला नाटक (शॉर्ट फिल्म) की शूटिंग से है.
जले हुए चेहरे वाली तस्वीर की सच्चाई:
जले हुए चेहरे वाली महिला की तस्वीर को रिवर्स सर्च करने पर यह सामने आया कि यह बांग्लादेशी अभिनेत्री ज्योति इस्लाम की है.
ज्योति इस्लाम की 21 अक्टूबर की एक फेसबुक पोस्ट में एक वीडियो मिला, जिसमें उनका चेहरा जला हुआ दिख रहा है. यह स्पष्ट रूप से मेकअप का प्रभाव है, न कि कोई वास्तविक चोट.
ज्योति ने खुद अपनी पोस्ट में #shooting और #BanglaNatok टैग का इस्तेमाल किया था और कमेंट में बताया था कि यह वीडियो "आमी नुसरत बोलची" (मैं नुसरत बोल रही हूं) नामक बांग्ला नाटक की शूटिंग से जुड़ा है. वायरल पोस्ट की दूसरी फोटो इसी शूटिंग वीडियो से ली गई है.
जोड़े वाली तस्वीर की सच्चाई:
ज्योति इस्लाम के इंस्टाग्राम अकाउंट पर वायरल पोस्ट की पहली तस्वीर (चेक प्रिंट शर्ट और साड़ी में जोड़ा) भी मिली.
यह तस्वीर भी एक बांग्ला फिल्म का पोस्टर है, जिसका हिंदी अनुवाद "विधवा पत्नी" है. यह स्पष्ट रूप से एक फिल्म प्रचार सामग्री है, न कि किसी वास्तविक जोड़े की शादी की तस्वीर.
फर्जी कहानी से फैलाया जा रहा झूठ
निष्कर्ष यह निकलता है कि "नंदिनी मंडल" और उसके कथित पति अब्दुल आदिल खान की प्रताड़ना की कहानी पूरी तरह मनगढ़ंत है. किसी भी विश्वसनीय स्रोत या मीडिया रिपोर्ट में जारा इस्लाम (या नंदिनी मंडल) नाम की किसी महिला के पति द्वारा शोषण या चेहरा जलाने की कोई हालिया खबर नहीं मिली.
इसके बावजूद, सोशल मीडिया पर कई यूजर्स इस फर्जी कहानी पर प्रतिक्रिया देते हुए लिख रहे हैं कि महिला के साथ "बिल्कुल ठीक हुआ," जो इस फर्जी पोस्ट के सांप्रदायिक इरादे को उजागर करता है. यह घटना दर्शाती है कि कैसे बांग्लादेशी अभिनेत्री की शूटिंग की तस्वीरों का उपयोग करके, सांप्रदायिक तनाव भड़काने के उद्देश्य से एक झूठी कहानी फैलाई गई है.
फैक्ट चेक का निष्कर्ष:
सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही नंदिनी मंडल की कहानी झूठी है और उसके साथ संलग्न तस्वीरें बांग्लादेशी अभिनेत्री ज्योति इस्लाम के एक नाटक की शूटिंग का हिस्सा हैं.