टी20 टीम से बाहर होने के बाद अब वनडे क्रिकेट में भी ऋषभ पंत की जगह सुरक्षित नहीं दिख रही है। ताजा रिपोर्ट्स की मानें तो भारतीय चयनकर्ता वनडे टीम में बदलाव के मूड में हैं और पंत की जगह ईशान किशन को मौका देने पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है। न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाली एकदिवसीय सीरीज के लिए चुनी जाने वाली भारतीय टीम में ही पंत को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। ऐसे में विजय हजारे ट्रॉफी में उनका प्रदर्शन पंत के लिए बेहद अहम माना जा रहा था, लेकिन अब तक वह उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाए हैं।
ऋषभ पंत के फैन्स को भरोसा था कि वह घरेलू क्रिकेट में जोरदार प्रदर्शन कर चयनकर्ताओं को करारा जवाब देंगे। खासकर विजय हजारे ट्रॉफी जैसे बड़े मंच पर उनसे शतकों की उम्मीद की जा रही थी। हालांकि, पंत की खराब फॉर्म उनका पीछा छोड़ने का नाम ही नहीं ले रही है। ओडिशा के खिलाफ मुकाबले में भी उन्होंने अच्छी शुरुआत की, लेकिन एक बार फिर उसे बड़ी पारी में तब्दील करने में नाकाम रहे।
ओडिशा के खिलाफ फिर अधूरी पारी
ओडिशा के खिलाफ खेले जा रहे मैच में जब ऋषभ पंत बल्लेबाजी करने उतरे, तब दिल्ली की स्थिति काफी खराब थी। टीम ने महज 6 रन के स्कोर पर अपने दो अहम विकेट गंवा दिए थे। ऐसे मुश्किल समय में कप्तान के तौर पर पंत से एक जिम्मेदार पारी की उम्मीद थी। उन्होंने शुरुआत में संयम दिखाया और क्रीज पर आंखें जमाईं। इसके बाद पंत ने कुछ शानदार शॉट्स भी लगाए, जिससे ऐसा लगने लगा कि वह आज लंबी पारी खेलने के मूड में हैं।
पंत ने 27 गेंदों में तीन चौके और एक छक्का लगाते हुए 24 रन बनाए। उनकी बल्लेबाजी में आत्मविश्वास नजर आ रहा था और वह धीरे-धीरे रन गति बढ़ाने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन अगली ही गेंद पर वह अपना विकेट गंवा बैठे। एक बार फिर ऋषभ पंत अच्छी शुरुआत को भुना नहीं सके और अपनी टीम को मुश्किल में छोड़कर पवेलियन लौट गए।
विजय हजारे में आंकड़े कर रहे निराश
विजय हजारे ट्रॉफी में जहां एक ओर बल्लेबाजों ने शतकों की झड़ी लगा रखी है, वहीं ऋषभ पंत का बल्ला खामोश ही रहा है। अब तक खेले गए चार मुकाबलों में पंत सिर्फ 121 रन ही बना सके हैं। इन चार पारियों में उनके नाम महज एक अर्धशतक दर्ज है। दो मौकों पर पंत इसी तरह से अच्छी शुरुआत करने के बाद आउट हो गए, जिससे उनकी निरंतरता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
एक ऐसे खिलाड़ी से, जिसने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कई मैच जिताऊ पारियां खेली हैं, उससे घरेलू टूर्नामेंट में इस तरह के प्रदर्शन की उम्मीद नहीं की जाती। चयनकर्ता भी फॉर्म को काफी अहम मानते हैं और यही वजह है कि पंत की मौजूदा स्थिति चिंता का विषय बनती जा रही है।
न्यूजीलैंड सीरीज से पहले बढ़ा दबाव
माना जा रहा है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाली वनडे सीरीज के लिए भारतीय टीम का ऐलान 3 या 4 जनवरी को किया जा सकता है। इससे पहले दिल्ली की टीम को पंत की कप्तानी में सिर्फ एक ही मुकाबला और खेलना है। इस मैच में पंत के पास आखिरी मौका होगा कि वह एक बड़ी पारी खेलकर चयनकर्ताओं का भरोसा जीत सकें।
हालांकि, हालिया फॉर्म को देखते हुए ऐसा लग रहा है कि चयनकर्ता पंत से ज्यादा भरोसा ईशान किशन पर जता सकते हैं। ईशान ने जब-जब मौका मिला है, अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से प्रभाव छोड़ा है और वनडे फॉर्मेट में वह एक मजबूत विकल्प माने जा रहे हैं।
ईशान किशन और ध्रुव जुरैल की बढ़ी दावेदारी
ऋषभ पंत की कमजोर फॉर्म का फायदा सीधे तौर पर ईशान किशन को मिल सकता है। इसके अलावा ध्रुव जुरैल भी लगातार घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मौकों पर अच्छा प्रदर्शन कर चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी ओर खींच रहे हैं। विकेटकीपर-बल्लेबाज के तौर पर अब टीम इंडिया के पास विकल्पों की कमी नहीं है, जिससे पंत के लिए प्रतिस्पर्धा और भी कड़ी हो गई है।
कुल मिलाकर, विजय हजारे ट्रॉफी में ऋषभ पंत का फ्लॉप शो उनके लिए भारी पड़ सकता है। अगर वह जल्द ही बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहते हैं, तो न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में उनकी जगह पर सवालिया निशान लगना तय माना जा रहा है। अब देखना दिलचस्प होगा कि पंत आखिरी मुकाबले में क्या कमाल दिखा पाते हैं या चयनकर्ता किसी नए चेहरे पर दांव लगाते हैं।