देश के कई हिस्सों में मानसून ने दस्तक दे दी है और इसके साथ ही मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया है। कहीं आंधी-तूफान और बिजली गिरने की चेतावनी है, तो कहीं पहाड़ों से मलबा गिरने से हाईवे बंद हो चुके हैं। दिल्ली-एनसीआर, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश इस वक्त बारिश और उसके दुष्प्रभाव से जूझ रहे हैं। मौसम विभाग की ओर से जारी चेतावनियों ने स्थिति की गंभीरता को और भी पुख्ता कर दिया है।
दिल्ली में बारिश और आंधी का अलर्ट
राजधानी दिल्ली में गुरुवार की रात कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिली। इससे मौसम तो सुहाना हो गया, लेकिन तापमान में कुछ खास गिरावट नहीं देखी गई। अब भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने शुक्रवार यानी 4 जुलाई को दिल्ली और आसपास के इलाकों में आंधी, बारिश और बिजली गिरने की संभावना जताई है।
विशेषकर रोहिणी, मॉडल टाउन, करावल नगर, आजादपुर, पीतमपुरा, दिल्ली यूनिवर्सिटी, सिविल लाइंस, दिलशाद गार्डन, सीमापुरी, मुंडका, पश्चिम विहार, पंजाबी बाग, कश्मीरी गेट, सीलमपुर और शहादरा जैसे क्षेत्रों में बारिश के साथ तेज हवाएं चल सकती हैं।
इसके अलावा, अगले दो घंटों में विवेक विहार, राजौरी गार्डन, पटेल नगर, लाल किला, प्रीत विहार, बुद्ध जयंती पार्क, राष्ट्रपति भवन, राजीव चौक, आईटीओ सहित मध्य और पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में भी मौसम बिगड़ने के आसार हैं।
एनसीआर में बिजली गिरने की चेतावनी
गाजियाबाद, मोदीनगर, छपरौला और बड़ौत जैसे एनसीआर के इलाकों में भी मौसम विभाग ने बारिश के साथ बिजली गिरने की चेतावनी दी है। लोगों को advised किया गया है कि वे बिना जरूरत घरों से बाहर न निकलें और खुले मैदान या पेड़ों के नीचे खड़े होने से बचें। साथ ही प्रशासन ने भी आवश्यक सतर्कता बरतने की अपील की है।
उत्तराखंड: मलबा गिरने से बंद हुआ बद्रीनाथ हाईवे
उत्तराखंड में मानसून धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ रहा है। हालांकि शुक्रवार को बारिश की तीव्रता कुछ कम देखी गई है, लेकिन इसके बावजूद पहाड़ी क्षेत्रों में नुकसान का खतरा बना हुआ है। चमोली जिले के नंदप्रयाग और भनेरपानी के पास पहाड़ी से मलबा गिरने की वजह से बद्रीनाथ नेशनल हाईवे को बंद कर दिया गया है।
चमोली पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर जानकारी साझा करते हुए कहा कि मलबा हटाने का काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है, लेकिन फिलहाल रास्ता बाधित है और आवाजाही संभव नहीं है। वहीं देहरादून, टिहरी और बागेश्वर जिलों में भारी बारिश और बिजली गिरने का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
हिमाचल प्रदेश: मलबा हटाने का काम जारी
हिमाचल प्रदेश में बारिश के चलते भूस्खलन की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। कई सड़कों पर मलबा जमा हो गया है, जिसे हटाने का काम जारी है। कुल्लू, मंडी, शिमला और चंबा जिलों में शुक्रवार को भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
राज्य सरकार ने सभी जिला प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं और पर्यटकों से अपील की है कि वे पहाड़ी इलाकों की यात्रा से पहले मौसम की जानकारी जरूर ले लें। कुछ क्षेत्रों में मोबाइल नेटवर्क और बिजली आपूर्ति भी बाधित हो गई है, जिसे जल्द बहाल करने के प्रयास जारी हैं।
जनता से अपील और सावधानी
मौसम विभाग और स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि मौसम की गंभीरता को देखते हुए अनावश्यक यात्रा न करें, खासकर पहाड़ी इलाकों में जाने से बचें। बिजली गिरने की घटनाओं को देखते हुए लोगों को घरों में रहने और खुले मैदान में न जाने की सलाह दी गई है।
निष्कर्ष
देश में मौसम ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। दिल्ली और एनसीआर में जहां मानसून की दस्तक के साथ मौसम सुहाना हो गया है, वहीं उत्तराखंड और हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्यों में इसके दुष्प्रभाव सामने आ रहे हैं। मलबा गिरने, बिजली गिरने और रास्ते बंद होने जैसी घटनाएं चिंता बढ़ा रही हैं। ऐसे में जरूरी है कि लोग सतर्क रहें, मौसम विभाग के निर्देशों का पालन करें और प्रशासन से सहयोग बनाए रखें।