भारत की प्रमुख एरोमा और फ्रेग्रेंस केमिकल्स निर्माता कंपनी प्रिवी स्पेशलिटी केमिकल्स (Privi Speciality Chemicals) के शेयरों में बुधवार को जबरदस्त हलचल देखी गई। कंपनी के शेयरों में 13 फीसदी तक की बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। इस गिरावट का मुख्य कारण एक बड़ी 'ब्लॉक डील' (Block Deal) को माना जा रहा है, जिसमें कंपनी के एक बड़े हिस्से का लेनदेन हुआ है।
ब्लॉक डील का गणित और शेयरों पर असर
बाजार के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, प्रिवी स्पेशलिटी के लगभग 38.8 लाख शेयरों का बड़े पैमाने पर लेनदेन हुआ, जो कंपनी की कुल इक्विटी का 9.93% हिस्सा है। यह पूरा सौदा लगभग ₹1,086 करोड़ की कुल राशि में संपन्न हुआ। इस लेनदेन के लिए प्रति शेयर औसत मूल्य ₹2,799 रहा।
CNBC-TV18 की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी की प्रमोटर एंटिटी ने ब्लॉक डील के जरिए अपनी लगभग 6.3% हिस्सेदारी बेचने की योजना बनाई थी। इस बिक्री के लिए फ्लोर प्राइस मंगलवार के बंद भाव से करीब 11% कम रखा गया था, जिसके चलते बुधवार को बाजार खुलते ही बिकवाली का दबाव बढ़ गया और शेयर ₹2,794.3 के स्तर तक गिर गए।
प्रमोटर्स और शेयरहोल्डिंग का ढांचा
सितंबर 2025 की तिमाही के आंकड़ों के अनुसार, कंपनी के प्रमोटर्स के पास 69.89% की मजबूत हिस्सेदारी थी। अन्य बड़े शेयरधारकों में म्यूचुअल फंड्स की 3.91% हिस्सेदारी है, जिसमें SBI MF प्रमुख है। इसके अलावा, कंपनी में लगभग 26,000 से अधिक रिटेल निवेशकों की भागीदारी है। गौरतलब है कि जून 2025 में भी प्रमोटर एंटिटीज ने ₹330 करोड़ मूल्य की अपनी 4.09% हिस्सेदारी ओपन मार्केट में बेची थी।
उतार-चढ़ाव के बीच मजबूत प्रदर्शन
भले ही बुधवार को शेयरों में भारी गिरावट देखी गई, लेकिन लंबी अवधि के निवेशकों के लिए साल 2025 शानदार रहा है। इस साल अब तक इस स्टॉक ने 65% का रिटर्न दिया है, जो 2021 के बाद इसका सबसे बेहतरीन प्रदर्शन है। बाजार विश्लेषकों का मानना है कि प्रमोटर्स द्वारा हिस्सेदारी बेचना अक्सर अल्पकालिक गिरावट लाता है, लेकिन कंपनी के बुनियादी ढांचे में बदलाव नहीं आता।
भविष्य की राह: मोतीलाल ओसवाल का भरोसा
दिग्गज ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल वेल्थ मैनेजमेंट ने 2026 के लिए अपनी 'टॉप 10 स्टॉक्स' की सूची जारी की है, जिसमें प्रिवी स्पेशलिटी केमिकल्स को प्रमुखता दी गई है। ब्रोकरेज के सकारात्मक रुख के पीछे कई ठोस कारण हैं:
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बाजार विस्तार: ग्लोबल एरोमा केमिकल्स मार्केट 2030 तक $9.2 बिलियन का होने का अनुमान है, जिसका सीधा फायदा प्रिवी को मिलेगा।
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रणनीतिक विलय: 'प्रिवी फाइन साइंसेज' के साथ प्रस्तावित विलय से कंपनी का पोर्टफोलियो और ग्रीन केमिस्ट्री पर पकड़ मजबूत होगी।
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वित्तीय अनुमान: विशेषज्ञों का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2025-28 के दौरान कंपनी के राजस्व और EBITDA में ठोस वृद्धि होगी। मोतीलाल ओसवाल ने इस शेयर के लिए ₹3,960 का लक्ष्य (Target Price) दिया है, जो वर्तमान स्तर से लगभग 21% की बढ़त की संभावना दर्शाता है।