बिहार विधानसभा चुनाव के माहौल के बीच, सोशल मीडिया पर बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के नाम से एक आपत्तिजनक बयान वाला पोस्टकार्ड तेजी से वायरल हो रहा है। इस पोस्टकार्ड में उनकी तस्वीर के साथ यह दावा किया जा रहा है कि राबड़ी देवी ने मुस्लिमों और यादवों को 'अपना गुलाम' बताया है और कहा है कि वे कभी आरजेडी के खिलाफ नहीं जाएंगे। इस कथित बयान में लिखा है, "मुसलमान और यादव हमारे गुलाम हैं, ये कभी आरजेडी के खिलाफ नहीं जाएंगे।" पोस्ट के अंत में तंज कसते हुए यह भी जोड़ा गया है, "मगर इस बार यादव धनिया बोने के मूड में हैं।" बिहार की राजनीति से संबंधित फेसबुक पेजों और ग्रुप्स में यह कंटेंट खूब शेयर किया जा रहा है, जिससे मतदाताओं के बीच भ्रम फैलने का खतरा है।
जयपुर वोकल्स फैक्ट चेक में बयान पाया गया फर्जी
जयपुर वोकल्स फैक्ट चेक टीम ने जब इस वायरल दावे की पड़ताल की, तो पाया कि राबड़ी देवी के नाम पर शेयर किया जा रहा यह बयान पूरी तरह से फर्जी और मनगढ़ंत है। उन्होंने ऐसा कोई भी बयान सार्वजनिक रूप से नहीं दिया है।
सच्चाई की पड़ताल के मुख्य बिंदु:
कीवर्ड सर्च: अगर बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री ने चुनाव के समय इतने संवेदनशील समुदाय-आधारित बयान दिए होते, तो जेडीयू, बीजेपी, और जन सुराज पार्टी जैसी विपक्षी पार्टियां इसे एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनातीं। साथ ही, सभी प्रमुख समाचार वेबसाइटों और मीडिया आउटलेट्स पर इसकी खबरें छपी होतीं। लेकिन व्यापक कीवर्ड सर्च करने पर ऐसा कोई भी बयान कहीं नहीं मिला।
आरजेडी प्रवक्ता का खंडन: फैक्ट चेक टीम ने वायरल पोस्टकार्ड आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी को भेजा। उन्होंने स्पष्ट किया कि राबड़ी देवी ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। उन्होंने आगे कहा कि चुनाव आयोग को इस तरह के फर्जी पोस्ट्स का संज्ञान लेना चाहिए, हालांकि उन्होंने विश्वास जताया कि आरजेडी के वोटर इस तरह के दुष्प्रचार से भ्रमित नहीं होंगे, क्योंकि वे जानते हैं कि यह विरोधी दलों का काम है।
ग्राउंड रिपोर्टिंग की पुष्टि: आजतक के बिहार संवाददाता शशि भूषण कुमार ने भी पुष्टि की कि यह बयान पूरी तरह फर्जी है।
तेजस्वी के प्रचार के दौरान राबड़ी को करना पड़ा था जनता के गुस्से का सामना
हालांकि, राबड़ी देवी ने कोई विवादास्पद बयान नहीं दिया, लेकिन 30 अक्टूबर को अपने बेटे तेजस्वी यादव के लिए राघोपुर विधानसभा सीट पर प्रचार करने के दौरान उन्हें कुछ लोगों के गुस्से और शिकायतों का सामना करना पड़ा था। राघोपुर, जिसे लालू परिवार का गढ़ माना जाता है, वहां के लोगों ने राबड़ी देवी से शिकायत की थी कि वे राघोपुर को 'सौतेला बेटा' मानते हैं। इस पर राबड़ी देवी ने हाथ जोड़कर उन्हें समझाने और आश्वासन देने की कोशिश की थी।
स्पष्ट है कि, बिहार चुनाव के बीच, राबड़ी देवी पर राजनीतिक निशाना साधने और आरजेडी के मूल वोट बैंक (मुस्लिम-यादव) में फूट डालने के उद्देश्य से यह मनगढ़ंत और फर्जी बयान सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। मतदाताओं को इस तरह के दुष्प्रचारों से सावधान रहने की जरूरत है।