पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में मंगलवार को अदालत परिसर के ठीक सामने एक भयानक आतंकी हमला हुआ है। जियो टीवी की शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार, यह एक आत्मघाती विस्फोट (Suicide Attack) था, जिसमें एक कार को निशाना बनाया गया। इस घातक घटना में कम से कम 12 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई है, जबकि 21 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। यह विस्फोट इस्लामाबाद में एक प्रमुख अदालत के ठीक बाहर खड़ी कार में हुआ, जिससे आसपास का पूरा इलाका दहल उठा। धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि दूर-दूर तक सुनाई दी। घायलों को तुरंत स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए पिम्स अस्पताल (PIMS Hospital) में इमरजेंसी घोषित कर दी गई है।
वकीलों और याचिकाकर्ताओं को निशाना बनाया गया
धमाके का निशाना मुख्य रूप से अदालत के बाहर मौजूद लोग थे, जिनमें ज्यादातर वकील और याचिकाकर्ता शामिल हैं, जो कोर्ट की कार्यवाही के लिए वहां मौजूद थे। विस्फोट इतना जबरदस्त था कि मौके पर ही कई लोगों की जान चली गई और आसपास के वाहनों को भी भारी नुकसान पहुंचा। धमाके के तुरंत बाद पूरे कोर्ट परिसर में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। लोग जान बचाने के लिए भागने लगे। सुरक्षा एजेंसियों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कोर्ट परिसर को फौरन खाली करवाया। कोर्ट में मौजूद लोगों को पीछे के दरवाजे से सुरक्षित बाहर निकाला गया और एहतियात के तौर पर अदालत की सारी कार्यवाहियां तुरंत रोक दी गईं।
उच्चाधिकारियों ने किया मौका-ए-मुआयना
धमाके की सूचना मिलते ही इस्लामाबाद के कई बड़े अधिकारी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे। इनमें डीआईजी (DIG), चीफ कमिश्नर और फॉरेंसिक टीम शामिल थे, जिन्होंने हमले की गहन जांच शुरू कर दी है। बचाव टीमों ने घायलों को घटनास्थल से निकाल कर अस्पतालों तक पहुंचाया, जहां उनका इलाज जारी है। हालांकि धमाके की आधिकारिक वजह और इसकी जिम्मेदारी अभी तक किसी समूह ने नहीं ली है, जियो टीवी की रिपोर्ट ने इसे आत्मघाती हमला बताया है। यह घटना पाकिस्तान में सुरक्षा स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े करती है, खासकर राजधानी के एक प्रमुख न्यायिक केंद्र को निशाना बनाए जाने पर। पुलिस और जांच एजेंसियां अब इस आतंकी हमले के पीछे के साजिशकर्ताओं और उनकी मंशा की तलाश में जुट गई हैं।