ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच जारी ऐतिहासिक एशेज टेस्ट सीरीज में शुरुआती दोनों मैच गंवाकर 0-2 से पीछे चल रही इंग्लैंड टीम किसी भी कीमत पर एडिलेड टेस्ट जीतकर सीरीज में वापसी करना चाहती है। इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स के लिए यह मुकाबला 'करो या मरो' जैसा है। इस अहम टेस्ट के लिए इंग्लैंड ने अपनी प्लेइंग इलेवन का ऐलान कर दिया है, जिसमें एक चौंकाने वाला बदलाव किया गया है।
इंग्लैंड ने खराब फॉर्म से जूझ रहे तेज गेंदबाज गस एटकिंसन की जगह जोश टंग (Josh Tongue) को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया है। जोश टंग वही गेंदबाज हैं, जो भारत के खिलाफ एक टेस्ट मैच में एक ही ओवर में 9 गेंदें फेंकने के लिए सुर्खियों में आए थे। स्टोक्स ने भले ही अपनी गेंदबाजी लाइनअप में बदलाव किया हो, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के सामने पहले दो टेस्ट में घुटने टेकने वाले बल्लेबाजों पर उन्होंने अपना भरोसा बरकरार रखा है।
9 गेंद फेंकने वाले जोश टंग की एंट्री
पर्थ और ब्रिस्बेन टेस्ट में शर्मनाक तरीके से 8-8 विकेट से हार चुकी इंग्लैंड ने एडिलेड डे-नाइट टेस्ट के लिए सिर्फ एक बदलाव किया है। टीम में जगह पाने वाले जोश टंग के पास हालांकि सीमित अनुभव है, लेकिन उनका प्रदर्शन प्रभावशाली रहा है:
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यादगार स्पैल: जोश टंग ने इसी साल इंग्लैंड दौरे पर आई टीम इंडिया के खिलाफ ओवल टेस्ट खेला था। उस मैच में उन्होंने एक ओवर में दो बार वाइड गेंद फेंकी थी, जो बाउंड्री पार करके 5 रनों के लिए गई थी। इस ओवर में उन्होंने कुल 9 गेंदें फेंकी थीं, जिसके लिए उनका सोशल मीडिया पर खूब मज़ाक उड़ा था। हालांकि, बाद में उसी स्पैल में उन्होंने अपनी घातक गेंदबाजी से बल्लेबाजों को परेशान भी किया था।
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प्रदर्शन: 28 वर्षीय टंग ने अब तक खेले गए 6 टेस्ट मैचों में 31 विकेट चटकाए हैं।
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एशेज अनुभव: एशेज 2023 में लॉर्ड्स टेस्ट में भी टंग ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए एक पारी में 5 विकेट लेने का कारनामा किया था। इंग्लैंड को उम्मीद है कि टंग एडिलेड में अपनी गति और आक्रामकता से टीम को जरूरी ब्रेकथ्रू दिलाएंगे।
टॉप-7 बल्लेबाजों पर भरोसा बरकरार
गेंदबाजी में बदलाव करने के बावजूद, कप्तान स्टोक्स और कोच ब्रेंडन मैकुलम ने टीम के टॉप-7 बल्लेबाजों में कोई बदलाव नहीं किया है। यह फैसला कई सवाल खड़े करता है, क्योंकि जो रूट को छोड़कर बाकी सभी बल्लेबाज पहले दोनों टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क और अन्य गेंदबाजों के सामने बुरी तरह से विफल रहे हैं।
मैकुलम का मानना है कि "जो चीजें हमारे लिए पहले सफल रही हैं, उन्हें इस सीरीज में पर्याप्त रन नहीं बनने पर जीत के लिए बदलना जरूरी नहीं है।" यानी, इंग्लैंड की टीम अपने आक्रामक 'बैज़बॉल' (Bazball) क्रिकेट के सिद्धांत पर कायम रहेगी। हालांकि, यदि एडिलेड में भी ये बल्लेबाज फेल होते हैं, तो इंग्लैंड के लिए सीरीज बचाने की उम्मीदें पूरी तरह से खत्म हो सकती हैं।