मुंबई, 21 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। अहमदाबाद विमान हादसे के कुछ ही दिनों बाद एक और विमान में आपात स्थिति पैदा हुई, जिसमें पायलट को इमरजेंसी संकेत 'मेडे कॉल' देना पड़ा। यह घटना 19 जून को इंडिगो की गुवाहाटी से चेन्नई जा रही फ्लाइट में हुई। विमान के पायलट ने उड़ान के दौरान ईंधन की गंभीर कमी महसूस की और एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को तुरंत MAYDAY कॉल कर दी। इसके बाद फ्लाइट को बेंगलुरु एयरपोर्ट की ओर डायवर्ट किया गया, जहां सुरक्षित लैंडिंग कराई गई। फ्लाइट में कुल 168 यात्री सवार थे। लैंडिंग के बाद विमान को री-फ्यूल किया गया और फिर उसे चेन्नई रवाना किया गया। बेंगलुरु एयरपोर्ट के अधिकारियों के मुताबिक, इस मामले में उड़ान संचालन में हुई चूक के मद्देनज़र पायलटों को फिलहाल ड्यूटी से हटा दिया गया है और जांच की जा रही है।
MAYDAY कॉल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त आपातकालीन सिग्नल है, जिसका इस्तेमाल उस समय किया जाता है जब विमान खतरे में हो। यह संकटकालीन संचार का सबसे उच्च स्तर का संकेत होता है। इस घटना की जानकारी शनिवार को सामने आई, जब अभी हाल में ही 12 जून को अहमदाबाद में हुए एअर इंडिया के विमान हादसे की जांच चल रही है। उस हादसे में लंदन जा रही फ्लाइट AI-171 टेकऑफ के कुछ सेकेंड बाद मेडिकल कॉलेज हॉस्टल से टकरा गई थी, जिसमें 270 लोगों की मौत हुई थी। उस समय भी पायलट सुमित सभरवाल ने अंतिम क्षणों में MAYDAY कॉल किया था और ATC को बताया था कि विमान में thrust नहीं मिल रहा, पावर कम हो रही है और विमान उठ नहीं पा रहा। यह लगातार दूसरी ऐसी घटना है जिसमें विमान की सुरक्षा व्यवस्था और उड़ान प्रबंधन को लेकर गंभीर सवाल खड़े हुए हैं। DGCA द्वारा एयरलाइंस की कार्यप्रणाली पर सख्ती और निगरानी बढ़ाए जाने की आवश्यकता एक बार फिर महसूस की जा रही है।