मुंबई, 23 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने नेशनल असेंबली के सत्र में भारत और इजराइल दोनों पर तीखा हमला बोला। उन्होंने इजराइल द्वारा ईरान पर किए गए हमले की तुलना भारत द्वारा पाकिस्तान पर किए गए ऑपरेशन सिंदूर से की। बिलावल ने दावा किया कि 7 से 10 मई के बीच हुए सैन्य संघर्ष में पाकिस्तान ने भारत पर जीत हासिल की है, जैसे इजराइल ने ईरान पर हमला किया। बिलावल ने यह भी कहा कि भारत ने जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर 6 और 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत हवाई हमला किया था। उन्होंने भारत की इस कार्रवाई को एकतरफा हमला करार देते हुए उसकी निंदा की। इसके साथ ही बिलावल ने सिंधु जल संधि को लेकर भी भारत को चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि यदि भारत नदियों का पानी रोकने या उन पर बांध बनाने का प्रयास करेगा, तो यह सीधे-सीधे युद्ध की स्थिति पैदा करेगा। उन्होंने भारत पर सिंधु जल समझौते को निलंबित करने का आरोप लगाया और इसे संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन बताया। साथ ही यह दावा किया कि पाकिस्तान के ऑपरेशन बुनियान-उम-मारसूस में भारत के छह लड़ाकू विमान, जिनमें तीन राफेल शामिल थे, मार गिराए गए। बिलावल ने इजराइल के आक्रामक रवैये को तीसरे विश्व युद्ध की ओर बढ़ता कदम बताया। उन्होंने जर्मन पादरी मार्टिन नीमोलर की कविता का हवाला देते हुए कहा कि जब फिलिस्तीन, लेबनान, यमन और ईरान के लिए दुनिया नहीं बोली, तो जब वे तुम्हारे लिए आएंगे, कोई नहीं बचेगा। उन्होंने यह चेतावनी भी दी कि अगर वैश्विक समुदाय इजराइल की कार्रवाइयों पर चुप रहा, तो गंभीर परिणाम होंगे।
पाकिस्तान की सरकार ने अमेरिका द्वारा ईरान के तीन परमाणु संयंत्रों पर किए गए हवाई हमले की कड़ी निंदा की है। इस मुद्दे पर पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की आपात बैठक प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में बुलाई गई। इस बैठक में सेना प्रमुख फील्ड मार्शल आसिम मुनीर भी मौजूद रहेंगे, जो हाल ही में अमेरिका से लौटे हैं और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से मुलाकात कर चुके हैं। शहबाज शरीफ ने ईरान के राष्ट्रपति मसूद पजशकियान से फोन पर बातचीत कर उनके देश और लोगों के साथ एकजुटता जताई। उन्होंने हमले में हुए जानमाल के नुकसान पर अफसोस जताया और कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय कानून का गंभीर उल्लंघन है। उन्होंने तनाव कम करने के लिए बातचीत की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि पाकिस्तान इस मामले में सकारात्मक भूमिका निभाने को तैयार है। राष्ट्रपति पजशकियान ने पाकिस्तान के समर्थन की सराहना की और आभार जताया। पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने भी इजराइल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव पर चिंता जताई और सभी पक्षों से संयम और बातचीत की अपील की है।