मुंबई, 25 जुलाई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में शुक्रवार को नियंत्रण रेखा के पास एक लैंडमाइन विस्फोट में सेना का एक अग्निवीर शहीद हो गया, जबकि दो अन्य जवान घायल हो गए। यह हादसा कृष्णा घाटी इलाके में सेना की एरिया डॉमिनेशन पेट्रोलिंग के दौरान हुआ। सेना ने जानकारी दी कि घायलों में एक जूनियर कमीशंड ऑफिसर भी शामिल हैं जिन्हें मिलिट्री अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनकी स्थिति फिलहाल स्थिर बनी हुई है। सेना की व्हाइट नाइट कोर ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए लिखा कि 7 जाट रेजिमेंट के अग्निवीर ललित कुमार ने देश सेवा में अपने प्राण न्योछावर किए और हम उनके परिवार के साथ इस दुख की घड़ी में पूरी मजबूती से खड़े हैं। इसी दिन जम्मू के निक्की टवी इलाके में गोली लगने से 21 वर्षीय युवक मोहम्मद परवेज की मौत हो गई। यह घटना उस समय घटी जब पुलिस की एक टीम कथित नशा तस्करों का पीछा कर रही थी और इसी दौरान फायरिंग शुरू हो गई। अज्ञात लोगों द्वारा पुलिस पर चलाई गई गोलीबारी में परवेज को भी गोली लग गई। गंभीर हालत में उसे सरकारी मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
घटना के बाद मोहम्मद परवेज के परिजनों ने अस्पताल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि परवेज का नशा तस्करी से कोई लेना-देना नहीं था। उनका कहना है कि वह तो तवी नदी से रेत निकालने का काम कर रहा था और उसी दौरान उसे गोली मारी गई। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे हैं और जांच प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गहरा शोक जताया। उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय बताते हुए कहा कि पुलिस को बल प्रयोग करते समय अधिक सतर्कता और जिम्मेदारी दिखानी चाहिए। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर पहले ही अंधाधुंध कार्रवाइयों की भारी कीमत चुका चुका है, इसलिए इस मामले में पारदर्शी जांच होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने मृतक के परिवार के प्रति गहरी संवेदना भी व्यक्त की।